Students can Download Hindi Lesson 7 पर्यावरण बचाओ Questions and Answers, Summary, Notes Pdf, Activity, KSEEB Solutions for Class 9 Hindi helps you to revise the complete Karnataka State Board Syllabus and to clear all their doubts, score well in final exams.
Karnataka State Syllabus Class 9 Hindi वल्लरी Chapter 7 पर्यावरण बचाओ
पर्यावरण बचाओ Questions and Answers, Summary, Notes
अभ्यास
I. एक वाक्य में उत्तर लिखिएः
प्रश्न 1.
आज किसको बचाने की माँग है?
उत्तरः
आज पर्यावरण को बचाने की माँग है।
प्रश्न 2.
जीव कब तक जगत में रह सकता है?
उत्तरः
जब तक जगत में पानी है तब तक जीव जगत में रह सकता है।
प्रश्न 3.
कवि किसको शुद्ध रखने की बात करते हैं?
उत्तरः
कवि वायु को शुद्ध रखने की बात करते है।
प्रश्न 4.
सोंधी मिट्टी को क्या कहा गया है?
उत्तरः
सोंधी मिट्टी को रानी कहा गया है।
प्रश्न 5.
जीव जगत के मित्र कौन-कौन हैं?
उत्तरः
जीव जगत के मित्र ध्वनि, मिट्टी और जलवायु है।
प्रश्न 6.
कवि किसका संकट दूर करने की बात करते हैं?
उत्तरः
कवि शोर और मिट्टी का संकट दूर करने की बात करते हैं।
प्रश्न 7.
कवि एक वृक्ष के बदले में कितने वृक्ष लगाने को कहते हैं?
उत्तरः
कवि एक वृक्ष के बदले में ग्यारह वृक्ष लगाने को कहते हैं।
अधिक प्रश्नोत्तरः
प्रश्न 8.
किनकी रक्षा करना हमारा कर्तव्य है?
उत्तरः
ध्वनि, मिट्टी और जलवायु की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है।
II. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए:
प्रश्न 1.
पर्यावरण का महत्व समझाइए।
उत्तरः
शुद्ध पर्यावरण के बिना मानव जीवन असंभव है। शुद्ध जल और शुद्ध वायु मानव जीवन के लिए आवश्यक है। पर्यावरण की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है।
प्रश्न 2.
परिसर की रक्षा के लिए हमें क्या-क्या करना चाहिए?
उत्तरः
परिसर की रक्षा के लिए हमें हवा, पानी को शुद्ध रखना है। मिट्टी का संवर्धन करना चाहिए। वृक्ष लगाने चाहिए। तभी हम पर्यावरण को बचा सकते हैं।
अधिक प्रश्नोत्तरः
प्रश्न 3.
वृक्षारोपण को हम किस तरह बढ़ावा दे सकते हैं?
उत्तरः
हमें यह शपथ खानी चाहिए कि अगर एक वृक्ष कटेगा तो हम ग्यारह वृक्ष लगाएँगें। हम एक वृक्ष हमेशा रोपेंगे। इस तरह हम वृक्षारोपण को बढ़ावा देकर पर्यावरण को बचा सकते हैं।
III. जोड़कर लिखिएः
1) जग में – अ) नित रोपेंगे
2) मिट्टी – आ) खाओ
3) मानव का – इ) माँग
4) एक वृक्ष – ई) जीवन
5) शपथ – उ) रानी
6) समय की – ऊ) पानी
उत्तरः
1. ऊ;
2. उ;
3. ई;
4. अ;
5. आ;
6. इ।
IV. सही शब्दों से रिक्त स्थान भरिए:
- आज समय की ___________ यही है पर्यावरण बचाओ।
- _______ और __________ का संकट दूर करेंगे सारा।
- ध्वनि, मिट्टी, ___________ आदि जीव जगत के मित्र सभी।
- एक _________ हम नित रोपेंगे।
उत्तरः
- माँग;
- शोर, मिट्टी;
- जलवायु;
- वृक्ष।
V. भावार्थ लिखिएः
प्रश्न 1.
ध्वनि, मिट्टी, जलवायु आदि,
जीव जगत के मित्र सभी।
इनकी रक्षा करना,
अब कर्तव्य हमारा।
शोर और मिट्टी का संकट,
दूर करेंगे सारा।
उत्तरः
ध्वनि, मिट्टी और जलवायु यह जीव जगत के मित्र है। मनुष्य और प्रकृति का अटूट संबंध है। प्रकृति है तो मनुष्य जीवन भी है। इसलिए प्रकृति की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। ध्वनि प्रदूषण और कटते जंगलो की वजह से रेत में बदलती जमीन का संकट हम दूर करेंगे।
VI. निम्नलिखित शब्दों के शुद्ध रूप लिखिए:
जिव, वायू, पनी, कतर्वय, मनव
उत्तरः
- जीव
- वायु
- पानी
- कर्तव्य
- मानव।
VII. पशु-पक्षि मानव के मित्र हैं। निम्नलिखित तालिका में 10 पालतू जानवर तथा 10 पक्षियों के नाम लिखिए:
उत्तरः
पालतू जानवर | पक्षी |
1. भेड़ | 1. कोयल |
2. बकरी | 2. तोता |
3. कुत्ता | 3. मोर |
4. घोड़ा | 4. कौआ |
5. भैंस | 5. कबूतर |
6. गाय | 6. तीतर |
7. बैल | 7. चील |
8. ऊँट | 8. उल्लू |
9. गधा | 9. हंस |
10. बिल्ली | 10. बगुला |
VIII. निम्नलिखित तालिका में कुछ पेड़-पौधे और फूलों के नाम दिये गए हैं। उन्हें अलग करके लिखिए:
उत्तरः
पेड़-पौधे | फूल |
1. पीपल | 1. सूरजमुखी |
2. साल | 2. चमेली |
3. नीम | 3. गेंदा |
4. बरगद | 4. चंपा |
5. नारियल | 5. गुलाब |
6. तुलसी | 6. औदंबर |
IX. उदाहरण के अनुसार पर्यायवाची शब्द लिखिएः
उदाः पानी जल नीर उदक
- वायु ________, _________, _________
- जगत ________, _________, _________
उत्तरः
- वायु हवा समीर पवन
- जगत विश्व संसार दुनिया
X. अनुरूपताः
- पानी : जल : : वायु : _________
- मेरा : हमारा : : तेरा : __________
- 11 : ग्यारह : : 17 : _________
- सजीव : निर्जीव : : जन्म : _________
उत्तरः
- हवा;
- तुम्हारा;
- सत्रह;
- मरण।
पर्यावरण बचाओ Summary in Hindi
पर्यावरण बचाओ कवि परिचयः
कवि परशुराम शुक्ल जी का जन्म जून 6, 1947 को उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुआ था। आप प्रसिद्ध बाल साहित्यकार हैं। ‘भारतीय वन्यजीव’ कृति पर आपको पुरस्कार प्राप्त हुआ है। इसके अलावा समाज कल्याण मंत्रालय, पर्यावरण एवं वन मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली से आपको सम्मानित किया गया है। हिंदी अकादमी, हैदराबाद सहित अनेक संस्थाओं द्वारा आप पुरस्कृत हैं।
कविता का आशयः
परिसर के बिना मानव का जीवन असंभव है। शुद्ध पर्यावरण जीव-जगत् के लिए आवश्यक है। आजकल जल, वायु और ध्वनि का प्रदूषण निरंतर बढ़ते जाने के कारण परिसर का संतुलन बिगड़ रहा है। इसलिए पर्यावरण की रक्षा करना सबका आद्य कर्तव्य है। प्रस्तुत कविता में शुक्ल जी ने इस ज्वलंत समस्या की ओर हमारा ध्यान आकर्षित किया है।
कविता का सारांश/भावार्थः
1) आज समय की माँग यही है,
पर्यावरण बचाओ।
तब तक जीव है जगत में,
जब तक जग में पानी।
जब तक वायु शुद्ध रहती है,
सोंधी मिट्टी रानी।
तब तक मानव का जीवन है,
यह सबको समझाओ।
आज पर्यावरण के विनाश के कारण मानव जाति के अस्तित्व पर संकट आ गया है। जल, वायु और ध्वनि का प्रदूषण लगातार बढ़ने से पर्यावरण का नुकसान हो रहा है। इसलिए आज समय की माँग है कि हम सब मिलकर पर्यावरण की रक्षा करें। इसे खराब होने से बचाएँ। जब तक धरती पर पानी है तब तक इस धरती पर मानव जीवन है। अतः हमें पानी को बचाना होगा। जब तक हवा साफ रहेगी और जब तक मिट्टी का सोंधापन बना रहेगा तब तक मानव जीवन भी बना रहेगा। हमें यह बात सभी को समझानी चाहिए। हमें सभी को समझाना होगा कि वायु की स्वच्छता, पानी की स्वच्छता और मिट्टी की स्वच्छता की वजह से ही मनुष्य जीवन है। हमें इसे बचाना होगा।
2) ध्वनि, मिट्टी, जलवायु आदि,
जीव जगत के मित्र सभी।
इनकी रक्षा करना,
अब कर्तव्य हमारा।
शोर और मिट्टी का संकट,
दूर करेंगे सारा।
ध्वनि, मिट्टी, जलवायु यह सभी जीव जगत के मित्र हैं। हमें इनकी रक्षा करनी चाहिए। वाहनों की अधिकता से ध्वनि प्रदूषण बढ़ रहा है और कल कारखानों के अपशिष्ट से मिट्टी की उर्वरता नष्ट हो रही है। हम इस संकट को दूर करेंगे। हमारा कर्तव्य है कि हम पर्यावरण के संकट को दूर करेंगे।
3) एक वृक्ष यदि कट जाय तो,
ग्यारह वृक्ष लगाओ।
एक वृक्ष हम नित रोपेंगे,
आज शपथ यह खाओ।
आज समय की माँग यही है,
पर्यावरण बचाओ।
यदि एक पेड़ भी कटता है तो हम उसकी जगह ग्यारह पेड़ लगाने का प्रण लेंगे। हम हमेशा एक पेड़ रोज लगाने की सौगंध भी खाते हैं। ऐसा करना आज के समय की जरूरत है क्योंकि अगर पर्यावरण नहीं बचेगा तो हम नहीं बचेंगे। इसलिए पर्यावरण की रक्षा करना सबका कर्तव्य है। इस कविता में कवि ने इसी ज्वलंत समस्या की ओर हमारा ध्यान आकर्षित किया है।
पर्यावरण बचाओ Summary in Kannada
पर्यावरण बचाओ Summary in English
Human life is impossible without an environment. A clean environment is an absolute necessity for living beings. Nowadays, a constant increase in water, air, and noise pollution has affected the environmental balance. It is the bounden duty of everyone to protect the environment. In this poem, the poet Parashuram Shukla has drawn our attention to this burning problem.
The environment is the key to the existence of life on earth. Without it, there can be no life. Hence the need of the hour is to protect the environment. We have to make everyone understand that as long as there is water there will be living beings on this earth. As long as the air is pure and the soil is fragrant, there is human life.
Sound, soil, water and air etc., are all friends of living beings. It is our duty to protect them. We should solve the problem of noise and soil pollution. If we were to cut even one tree, we should plant eleven trees in its place. We should take an oath that we shall plant one tree regularly. The need of the hour is to protect the environment.