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Karnataka State Syllabus Class 10 Hindi रचना पत्र-लेखन
पत्रों द्वारा व्यक्ति अपने विचारों को अपने मित्रों अथवा सम्बन्धियों तक पहुंचाता है। इसलिए हमारी भाषा में स्पष्टता तथा शिष्टता होनी चाहिए। पत्र अनेक प्रकार के होते हैं। जैसे – व्यक्तिगत पत्र, निमंत्रण-पत्र, आवेदन-पत्र, व्यावसायिक-पत्र और सरकारी-पत्र।
अपने सम्बन्धियों को लिखे जानेवाले पत्रों में इन बातों को ध्यान में रखना चाहिए।
- पत्र लिखनेवाले का स्थान, पता और लिखने की तारीख।
- प्रशस्ति-शिष्टाचार सम्बन्धी शब्द जैसे – पूज्य, पूजनीय, माननीय, प्रिय, चिरंजीव आदि।
- पत्र का कलेवर, जो पत्र का मुख्य हिस्सा है।
- लेखक का प्राप्तकर्ता के साथ सम्बन्ध।
जैसे – आपका पुत्र, आपका भाई, आपका अनुज, भवदीय, शुभचिंतक, कृपालांक्षी, आपका स्नेहभाजन, दर्शनाभिलाषी आदि। कुछ पत्रों के उदाहरण यहाँ दिए जा रहे हैं।
1. पिता को पत्र।
दि.: 12 अप्रेल 2019
पूज्य पिताजी,
सादर प्रणाम।
मैं यहाँ आपके आशीर्वाद से कुशल हूँ। आपका पत्र मिला, पढ़कर अत्यंत खुशी हुई। मेरी पढ़ाई ठीक चल रही है। आपकी आज्ञानुसार मन लगाकर दिन-रात पढ़ाई में व्यस्त रहता हूँ। खेल-कूद या गपशप में ज्यादा समय गँवा नहीं रहा हूँ।
हमारे स्कूल की ओर से अगले महीने 10 से 13 तारीख तक शैक्षिक-यात्रा का आयोजन हुआ है। उसमें मेरे सारे मित्र जा रहे हैं। उनके साथ मैं भी जाना चाहता हूँ। इसलिए मनीआर्डर द्वारा मुझे तुरंत पाँच सौ रुपये भेजने की कृपा करें।
माताजी को मेरा प्रणाम, छोटी बहन प्रिया को ढेर सारा प्यार।
आपका आज्ञाकारी बेटा,
हर्ष
सेवा में,
श्री प्रभाकर बी.एम.
घर नं. 521, भरत निवास
कर्नाटक स्कूल के समीप
राजेश्वरी नगर, बीदर जिला।
2. प्रमाण पत्र के लिए पत्र।
दि.: 07 मई 2019
प्रेषक
सचिन,
नौवीं कक्षा, ‘बी’ सेक्शन,
सरकारी हाईस्कूल,
राजाजीनगर, बेंगलूरु – 560010.
सेवा में
प्राचार्या,
सरकारी हाईस्कूल,
राजाजीनगर, बेंगलूरु – 560010.
विषय : प्रमाण पत्र हेतु
महोदया,
आपसे निवेदन है कि मेरे पिताजी का तबादला मैसूर में हो गया है। उनके साथ मुझे भी जाना होगा।
अतः अनुरोध करता हूँ कि मुझे नौवीं कक्षा उत्तीर्ण होने का प्रमाण पत्र, स्कूल छोड़ने का प्रमाण पत्र तथा चरित्र प्रमाण पत्र देने की कृपा करें।
सधन्यवाद।
आपका आज्ञाकारी छात्र,
सचिन
3. जन्म दिन की बधाई देते हुए अपने मित्र को एक पत्र लिखिए।
मैसूर
दिनांक : 13 मई 2019
प्रिय मुरलीधरन्
नमस्ते।
आशा है कि तुम प्रसन्न और स्वस्थ होंगे। दिनांक 21 जून को तुम्हारा जन्म दिन है। तुम्हारी ओर से भेजा गया निमंत्रण-पत्र भी मुझे प्राप्त हो गया है। लेकिन किसी कारण से मैं समारोह में आ नहीं सकूँगा। इसलिए क्षमा चाहता हूँ। मेरी ओर से तुम्हें जन्मदिन की बहुत-बहुत बधाई व शुभकामनाएँ। ईश्वर से मेरी प्रार्थना है कि जीवन में तुम सदैव सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ते रहो।
घर में सभी को मेरी ओर से यथायोग्य प्रणाम व मधु को प्यार!
तुम्हारा मित्र
आर. सुरेश
सेवा में,
मुरलीधरन् 250/2ए,
राजाजीनगर, तीसरा ब्लॉक,
बेंगलूरु – 560 010
4. आर्थिक सहायता (छात्रवृत्ति) प्राप्त करने के लिए अपने प्रधानाध्यापक को एक प्रार्थना-पत्र लिखिए।
दिनांक : 05 अप्रेल 2019
प्रेषक
रमेश
आठवीं कक्षा ‘अ’
आर.वी. हाईस्कूल
बेंगलूरु।
सेवा में
सन्मान्य प्रधानाध्यापक,
आर.वी. हाईस्कूल,
जयनगर, बेंगलूरु – 560011.
विषय : छात्रवृत्ति प्राप्त करने के लिए।
मान्यवर महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय में आठवीं कक्षा का विद्यार्थी हूँ। इन दिनों मेरे परिवार की आर्थिक स्थिति चिंताजनक है। मेरी प्रार्थना है कि मुझे विद्यालय की ओर से कुछ आर्थिक सहायता दी जाए। अन्यथा मुझे अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ेगी। जैसे कि आप जानते ही हैं, मैं कक्षा में सदा प्रथम रहता हूँ। मेरी आपसे हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि मुझे पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति प्रदान की जाए, ताकि मैं अपनी पढ़ाई जारी रख सकूँ।
मैं आपका सदा आभारी रहूँगा।
धन्यवाद।
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
रमेश
5. हिन्दी की कुछ पुस्तकें मंगवाने के लिए बेंगलूर के विद्यामंदिर पुस्तक भंडार को एक पत्र लिखिए।
दिनांक : 16 मार्च 2019
प्रेषक
मल्लिकार्जुन एस.
दुर्गद बैल, महावीर चॉल,
हुबली (जि. धारवाड़)
सेवा में
विद्यामंदिर पुस्तक भंडार,
#457, एवेन्यू रोड़,
बेंगलूरु – 560002.
विषय : पुस्तके मंगवाने सम्बन्धी।
मान्यवर महोदय,
सविनय निवेदन है कि मुझे निम्नलिखित हिन्दी की पुस्तकें चाहिए। कृपया आप वी.पी.पी. द्वारा पुस्तकें भेज दे। मैं वी.पी. छुड़ा लूँगा। धन्यवाद ।
- गोदान – प्रेमचंद – 1 प्रति
- हिन्दी साहित्य का इतिहास – धीरेंद्र वर्मा – 1 प्रति
- रश्मिरथी – दिनकर – 1 प्रति
- विनय-पत्रिका – तुलसीदास – 1 प्रति
भवदीय,
मल्लिकार्जुन
6. बिजली बोर्ड के अधिकारी को बार-बार बिजली चले जाने पर होनेवाली मुश्किलों की जानकारी देते हुए एक पत्र लिखिए।
दिनांक : 25 मार्च 2019
प्रेषक
रामचन्द्र शर्मा
चौडेश्वरी देवालय मार्ग
आनेकल (बेंगलूरु)
सेवा में
मुख्याधिकारी महोदय,
बिजली बोर्ड कार्यालय,
आनेकल शाखा (बेंगलूरु जिला)
महोदय,
विषय : बार-बार बिजली चले जाने पर समस्याएँ बताने हेतु।
सविनय निवेदन है कि हम चौड़ेश्वरी देवालय मार्ग के निवासी हैं। यहाँ पिछले एक सप्ताह से प्रति दिन 5 घंटे बिजली चली जाती है। वार्षिक परीक्षाएँ नजदीक आ जाने से बच्चों को भी पढ़ाई करने में काफी दिक्कत आ रही है। इतना ही नहीं, घरों में आजकल बिजली चालक यंत्रों पर निर्भर होना पड़ता है। आनेकल में पावरलूम अधिक रहने के कारण, सारा उद्योग ही ठप पड़ जाता है।
अतः आपसे अनुरोध है कि आप इसके लिए कोई ठोस कदम उठाएँ। हम आपके आभारी होंगे।
धन्यवाद।
भवदीय
रामचन्द्र शर्मा
7. अपने मित्र को गर्मियों की छुट्टियों में गाँव आने के लिए एक पत्र लिखिए।
11/5, मंगल भवन,
मल्लेश्वरम, दूसरा स्टेज,
बेंगलूरु.
दि.: 20 मार्च 2019
प्रिय मित्र आकाश,
सप्रेम नमस्ते।
मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई कि तुम्हारी परीक्षा हो गई है। दिनांक अप्रेल 10 से छुट्टियाँ लगने वाली हैं। इधर मेरी और बहन विमला की परीक्षा भी हो चुकी है। अतः तुम्हारी छुट्टियाँ लगते ही तुम यहाँ बेंगलूर चले आना। हम इस बार मैसूर चलेंगे। अतः अपने साथ मित्र राजेश को भी अवश्य ले आना।
शेष सर्व कुशल। अपने पिताजी तथा माताजी को मेरा प्रणाम अवश्य कहना।
तुम्हारा मित्र
अखिलेश शर्मा
सेवा में
आकाश
145, एम्.जी. रोड
हासन्
8. अपनी पाठशाला में हुए गणराज्योत्सव का वर्णन करते हुए अपने मित्र को एक खत लिखिए।
71ए, ‘रविकिरण’
पाँचवां क्रॉस, तीसरा ब्लॉक,
शेषाद्रिपुरम, बेंगलूरु।
दिनांक : 27 जनवरी 2019
प्रिय मित्र मल्लिकार्जुन,
सप्रेम नमस्ते।
तुम्हारा पत्र मिला । तुम्हारा खुश हाल जानकर बड़ी प्रसन्नता हुई। कल मेरी पाठशाला में गणतंत्र दिवस को बड़े धूमधाम से मनाया गया। हम सब लड़कों ने छः बजे उठकर शाला के द्वार पर आम के पत्तों से तोरण बाँधकर, कागज के रंग बिरंगे फूलों से सजाया। हर तरफ तिरंगे झंडे फहरा रहे थे। नौ बजे हमारे मुख्य अतिथि ने भाषण दिया। कुछ लड़कियों ने गाना गाया। सब को मिठाई निली। शाम को एक नाटक खेला गया जिसे देखने मेरे माता-पिता दोनों आये थे। मैंने तुम्हें बहुत याद किया। इसलिए कल के बारे में लिखने के लिए आज ही बैठ गया। आशा है कि तुम्हारी पाठशाला में भी इस राष्ट्रीय त्योहार को अच्छी तरह मनाया होगा। तुम यहाँ छुट्टी बिताने जरूर आना। तुम्हारे खत के इंतजार में,
तुम्हारा प्रिय मित्र,
दीपक
सेवा में
मल्लिकार्जुन
नं. 132, पहला ब्लाक,
जयनगर, कोलार.
9. किताबें खरीदने के लिए रुपए माँगते हुए अपने पिताजी के नाम एक पत्र लिखिए।
बेंगलूरु
दि. : 11 दिसंबर 2018
पूज्य पिताजी,
सादर चरण-स्पर्श।
आपको मेरा पिछला पत्र मिल गया होगा। मेरे अंक देखकर आपको एवम् पूज्य माताजी को खुशी हुई होगी। जैसे कि आप जानते ही हैं कि मुझे विज्ञान तथा गणित की कुछ पुस्तकें और खरीदनी है। पूछताछ करने पर पता चला है कि करीब तीन सौ रुपये लगेंगे।
अतः आपसे प्रार्थना है कि यथाशीघ्र रुपये तीन सौ भेज दें, ताकि मैं पुस्तकें खरीद सकूँ और आगे अपनी पढ़ाई जारी रख सकूँ। गुड़िया को मेरा मधुर प्यार।
आपकी प्रिय लाडली,
शशिकला बी.एस.
सेवा में
श्री. वसन्त कुमार
46, अशोक नगर
मंगलूर – 575 006.
10. अपने मित्र को परीक्षा में सफलता पाने के उपलक्ष्य में एक बधाई पत्र लिखिए।
147, पांडव नगर,
मैसूर – 04
दिनांक : 6 जून 2019
प्रिय मित्र योगेश,
नमस्ते।
मुझे यह जानकर बहुत खुशी हुई कि फरवरी 2019 में हुई ‘हिन्दी भाषा-भूषण’ परीक्षा में तुम द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण हो गए हो। इस प्रसंग पर मेरी ओर से तुम्हें हार्दिक बधाई। मेरी शुभकामनाएँ सदा तुम्हारे साथ रहेगी। मैं तुम्हारे लिए एक छोटा-सा उपहार भेज रहा हूँ, स्वीकार करना। पुनः हार्दिक बधाई।
तुम्हारा मित्र,
गिरीश
सेवा में
श्री योगेश आचार्य
44, विवेकानंद मार्ग
शिवमोग्गा