2nd PUC Hindi Workbook Answers रचना अपठित गद्यांश

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Karnataka 2nd PUC Hindi Workbook Answers रचना अपठित गद्यांश

2nd PUC Hindi Workbook Answers रचना अपठित गद्यांश

1. निम्नलिखित अनुच्छेद पढ़कर उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिखिए:
“राजा राममोहन राय बचपन से ही बड़े प्रतिभाशाली थे। उनके पिता ने उनकी पढ़ाई का समुचित प्रबंध किया। गाँव की पाठशाला में उन्होंने बँगला सीखी। उन दिन कचहरियों में फारसी का बोलबाला था। अतः उन्होंने घर पर ही मौलवी से फारसी पढ़ी। नौ वर्ष की उम्र में वे अरबी की उच्च शिक्षा के लिए पटना भेजे गए। वहाँ वे तीन वर्ष तक रहे। उन्होंने कुरान का मूल अरबी में अध्ययन किया। बारह वर्ष की उम्र में वे काशी गए। चार वर्ष तक वहाँ उन्होंने संस्कृत का अध्ययन किया। इस बीच उन्होंने भारतीय दर्शन का भी अध्ययन किया।”

प्रश्न :
प्रश्न 1.
राजा राममोहन राय की पढ़ाई की व्यवस्था किसने की?
उत्तर:
उनके पिताने उनकी पढाई की व्यवस्था की।

प्रश्न 2.
राजा राममोहन राय ने बँगला कहाँ सीखी?
उत्तर:
गाँव की पाठशाला में उन्होने बँगला सीखी।

2nd PUC Hindi Workbook Answers रचना अपठित गद्यांश

प्रश्न 3.
उन्होंने अरबी की शिक्षा कहाँ से प्राप्त की?
उत्तरः
उन्होने अरबी की शिक्षा पटना से प्राप्त की।

प्रश्न 4.
बारह वर्ष की उम्र में वे कहाँ गए?
उत्तर:
बारह वर्ष की उम्र में वे काशी गए।

प्रश्न 5.
उन्होंने कितने वर्ष तक संस्कृत का अध्ययन किया?
उत्तरः
चार वर्ष तक उन्होने संस्कृत का अध्ययन किया।उत्तरः

2nd PUC Hindi Workbook Answers रचना अपठित गद्यांश

“साहित्योत्रति के साधनों में पुस्तकालयों का स्थान अत्यन्त महत्वपूर्ण है। इनके द्वारा साहित्य के जीवन की रक्षा, पुष्टि और अभिवृद्धि होती है। पुस्तकालय सभ्यता के इतिहास का जीता–जगत गवाह हैं। इसी के बल पर वर्तमान भारत को अपने अतीत गौरव पर गर्व है। पुस्तकालय भारत के लिए कोई नई वस्तु नहीं है। लिपि के आविष्कार से आज तक लोग निरन्तर पुस्तकों का संग्रह करते रहे हैं। पहले देवालय और विद्यालय इन संग्रहों के प्रमुख स्थान होते थे। इनके अतिरिक्त विद्वज्जनों के अपने निजी पुस्तकालय भी होते थे। मुद्रणकला के आविष्कार से पूर्व पुस्तकों का संग्रह करना आजकल की तरह सरल बात न थी। आजकल साधारण स्थिति के पुस्तकालय में जितनी सम्पत्ति लगती है, उनती कभी–कभी एक–एक पुस्तक की तैयारी में लग जाया करती थी। भारत के पुस्तकालय संसार भर में अपनी सानी नहीं सखते थे। प्राचीन काल से मुगल सम्राटों के समय तक यही स्थिति रही। चीम, फारम प्रभृति सुदूरस्थित देशों से झुण्ड के झुण्ड विद्यानुरागी लम्बी यात्राएँ करने भारत आया करते थे।”

प्रश्न 1.
साहित्योन्नति के साधनों में किसका स्थान अत्यन्त महत्वपूर्ण है?
उत्तरः
साहित्योन्नति के साधनों में पुस्तकालयों का स्थान अत्यन्त महत्वपूर्ण है। ..

प्रश्न 2.
पुस्तकालय किसका जीता–जागता गवाह हैं?
उत्तर:
पुस्तकालय सभ्यता के इतिहास का गवाह हैं?

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प्रश्न 3.
पहले पुस्तकालय किन–किन स्थानों पर हुआ करते थे?
उत्तरः
पहले देवालय और विद्यालय में

प्रश्न 4.
पुराने समय में पुस्तकों पर अधिक व्यय क्यों होता था?
उत्तरः
मुद्रणकला के अविष्कार करना आसान नही था।

प्रश्न 5.
पुस्तकालयों के कारण भारत को क्या गौरव प्राप्त था।
उत्तरः
चीन, फारस, देशो विद्याभ्यास करने झुण्ड के झुण्ड लोग लम्बी यात्राकर झुण्डं के झुण्ड लोग लम्बी यात्रा कर आते थे।

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