1st PUC Hindi Textbook Answers Sahitya Vaibhav Chapter 10 रिहर्सल

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Karnataka 1st PUC Hindi Textbook Answers Sahitya Vaibhav Chapter 10 रिहर्सल

रिहर्सल Questions and Answers, Notes, Summary

I. एक शब्द या वाक्यांश या वाक्य में उत्तर लिखिए :

प्रश्न 1.
वैध्य परमानन्द बीमार स्त्री को कितने दिन तक खाना न खाने के लिए कहते हैं?
उत्तरः
वैध्य परमानन्मद बीमार स्त्री को पन्द्रह (15) दिन तक खाना न खाने के लिए कहते हैं।

प्रश्न 2.
किसान किसकी बीमारी के इलाज के लिए वैध्य परमान्द के पास पहुँचता हैं?
उत्तरः
किसान अपनी बीमार गाय के इलाज के लिए. वैध्य परमान्द के पास पहुँचता हैं।

प्रश्न 3.
वैध्य परमानन्द हर बीमारी के लिए कौन सा दवा देते हैं?
उत्तरः
वैद्य परमानन्द हर बीमारी के लिए अमर भसकर चूर्ण दवा देते हैं।

प्रश्न 4.
प्रोफेसर पांडुरंग बीमार स्त्री को कमजोरी दूर करने का क्या उपाय बताते हैं?
उत्तरः
प्रोफेसर पांडुरंग बीमार स्त्री को हिम्मत से कमजोरी दूर करने का उपाय बताते हैं।

प्रश्न 5.
प्रोफेसर पांडुरंग किसान को किसकी फोटो लाने के लिए कहते हैं?
उत्तरः
प्रोफेसर पांडुरंग किसान को गाय की फोटो लाने के लिए कहते हैं।

प्रश्न 6.
प्रोफेसर पांडुरंग किसे यमराज का सगा भी कहते है?
उत्तरः
प्रोफेसर पांडुरंग वैध्य परमानन्द को यमराज का सगा भाई कहते

प्रश्न 7.
प्रोफेसर पांडुरंग लडके को होश में लाने के लिए कैसी कहानियाँ सुनाने की सलाह देते हैं?
उत्तरः
जो बडेश व्यक्तियों को होश में आने का वर्णन हो, ऐसे कहानिया सुनाने की सलाह प्रोफेसर पांडुरंग देते हैं।

प्रश्न 8.
वैध्य परमानंद के अनुसार लडके को क्या हुआ है?
उत्तरः
वैध्य परमानंद के अनुसार लडके को सन्नीपात हुआ हैं।

प्रश्न 9.
बेहोशी का अभिनय किसने किया?
उत्तरः
लडकी के भाी ने बेहोशी का अभिनय किया।

प्रश्न 10.
बेहोश का अभिनय करने वाले लडके का नाम लिखिए।
उत्तरः
बेहोश का अभिनय करने वाले लड़के का नाम है रमेश।

ii. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए।

प्रश्न 1.
वैध्य परमानंद बीमार स्त्री का इलिाज किस प्रकार करते हैं?
उत्तरः
उस स्त्री को दिल धडकने बिमारी है वह वैध्य परमानंद से इस बिमारी का इलाज चाहती हैं। वैध्य परमानंद जी कहते है यह अमर भास्कर लेजाएि। इस तरह से खाइये कि पेट में न जाकर सीधा हृदय में जाये। और परहेज के बारे में बताते हुए कहते है, आप पन्द्रह दिन तक खाना मत काइए और ठंडा पानी मत पीजिए, उबलकर पानी पीजिए इस प्रकार उस बीमार स्त्री का इलाज करते हैं।

प्रश्न 2.
वैध्य परमानंद गाय की बीमारी दूर करने का क्या उपाय बताते हैं?
उत्तरः
वैध्य परमानंद गाय की बीमारी दूर करने का इस प्रकार उपाय बताते है – पहले गाय को उसी का दूध निकलकर पिलाने को कहते हैं। किसान कहता है गाय दूध नही तेदी, तो परमानंद जी कहते है, यह अमर भास्कर चूर्ण ले जाओं, गर्म पानी के साथ खिलाओ और तुम भी खालेना दोने के लाभ होगा सि तरह उपाय बताते हैं।

प्रश्न 3.
प्रोफेसर पांडुरंग बीमार स्त्री का इलाज किस ढंग से करते हैं?
उत्तरः
उस स्त्री की बीमारी है दिल का धडकना, प्रोफसर कहते है दिल का धडकना कमजोरी है, इस कमजोरी को हिम्मत से दूर करने की सलाह देते हैं।

प्रोफेसर उस स्त्री को आंखे बंद कर करे खयालों में जंगल में जाने कि सलाह देते हैं। कहते है उस स्त्री को कि आप जंगल होने जा महसूस करे, सब तरफ सन्नटा है, शेर आपको देखकर दहाडता हुआ आपकी ओर बढ़ रहा है, और आप शेर से लडिए, मै आपको जिताऊँगा। प्रोफेसर उस स्त्री से कहते कि उसके मुँह में हाथ डालकर उसके दाँत तोड दीजिए। ।

इसी तरह तूफानी समुद्र में कूदिए, दुर्गम पहाडो पर चाढए, चम्बल की. घटी में डालुओं का सामना कीजिए। आप का दिल लोडेहे की तरह मजबूत हो जाएगा और फिर कहते कि आप रानी लक्ष्मीबाई की तरह लडाई करे। इस तरह अजीब – अजीव ढंग इलिाज करते हैं।

प्रश्न 4.
वैध्य और प्रोफेसर के आमने – सामने आने के बाद का दृश्य प्रस्तुत कीजिए।
उत्तरः
अध्यापक का घर है। बारह वर्षीय लडका खाट पर बेहोश पड़ा हैं। वैध्य परमानंद बैट हुए है, थोड़ी देर के बाद प्रोफेसर साहब भी आते है और आगे बढ़कर परमानंद की ओर देखते हुये कहते है – वैध्य परमानंद!! यमराज का सगा भाई। फिर परमानंद जी कहते और तुम्हारा चाचा प्रोफेसर पांडुरंग तुम वात – पित्त कफा की तरह एक साथ क्यो चले आये? तो प्रोफेसर कहते है कि इसलिए कि तुम रोगी जी नब्ज पकडकर उसकी जान न लेले।

फिर प्रोफेसर कहते मुझे उस लडके का चेहरा देखना है इस के साथ ही परमानंद कहते है कि चेहरा देखकर सिकी तस्वीर बनाओगे? उन्हे चुप रहने के लिए कहते प्रोफेसर, तो परमानंद चुप रहने को तैयार नही है इस तरह दोनो के बीच उटपटांग बातें चलती रहती हैं।

लडका चद्दर फोक्कर उठता है, सब चौंक पड़ते हैं। उस लड़के का नाम है रमेश, बेहाशी का नाटक कर रहा था. उस के स्कूल में. नाटक होने जारहा हैं। उस में दो घंटे की बेडोसी का अभिनय करना हैं। इस लिए वह रिहर्सल
कर रहा था। आदि इस तरह का दृश्य चल रहा था।

प्रश्न 5.
रमेश ने बेडोशी का अभिनय क्यों किया?
उत्तरः
क्योंकि उस के स्कूल में परसों एक नाटक होने जा रहा हैं। रमेशा को उस में दो घंटे की बेडोशी का अभिनय करना हैं। उसकी रिहर्सल कर रहा था। इस लिए रमेश ने बेहोशी का अभिनय किया।

प्रश्न 6.
वैध्य परमानंद का चरि चित्रण कीजिए।
उत्तरः
वैध्य परमानंद जी हास्य – व्यंग्य व्यक्ति हैं। वैध्य परमानंद अननोखे ढंग से भरीजो का इलाज करते हैं। अपने पास आये हुए हर रोगी को अभर भास्कर चूर्णा खाने के लिए देते हैं। जानवर के हो, या इनसान के लिए, वही अमर भास्कर चूर्ण।

वैध्य जी कुर्सी पर बैठे हैं। भेज पर कलमे, दवान व कागज विखडे पडे रहते हैं। वे हमेशा एक पुसानी एक मोटी पुस्तक पढ़ते रहते हैं। उनकी उम्र कुछ पचास वर्ष। आँखे पर चरमा, लम्बी दाडी, छुर्शीदार मूंछे है, इस प्रकार परमानंद का चर्चाि का चित्रण हैं।

प्रश्न 7.
प्रोफेसर पांडुरंग का चरित्र – चित्रण कीजिए।
उत्तरः
प्रोफेसर पाडुरंग वैध्यं परमानंद जी के तरह ही अनोखे ढंगा से ही मरीजो का लिाज करते हैं। यह भी हास्य – व्यंग्य व्यक्ति हैं। इनका भी अपना एक कमरा हैं। सापने मेज पर तीन पुस्तके बिखरे पडई इनका उम्र ब्यालीस वर्ष। दाडी पँचकट हैं, मूंछे राफ हैं, आँखो पर मोटे स का काला चश्मा हैं। काला सूट, काली टाई पहने हैं। इस प्रकार प्रोफेस: गांडुरंग का चर्रि का चित्रण

iii. निम्नलिखित वाक्य किसने किस

प्रश्न 1.
परहेज ही तो असली इलाज हैं!
उत्तरः
इस वाक्य को वैध्य परमानंद कहते हैं। माना स्त्री से कहते हैं।

प्रश्न 2.
तुम भी खालेना, गाय को भी खिला देना।
उत्तरः
इस वाक्य को वैध्य परमानंद कहते हैं। परमानंद जी किसान को कहते

प्रश्न 3.
नही, कई बेटे अपने बाप से भी बड़े हो जाते हैं।
उत्तरः
इस वाक्य को परमानंद कहते हैं। परमानंद अध्यापक से कहते हैं।

प्रश्न 4.
ठीक तो होजाएगा, पर होश में नही आगया।
उत्तरः
सि वाक्य को वैध्य परमानंद कहते हैं। परमानंद जी बेहोश लडके की मां से कहते हैं।

प्रश्न 5.
तुझे क्या होगया था मेरे लाडले।
उत्तरः
इस वाक्य को रमेश माँ कहती हैं। लडके माँ अपने बेटे रमेश से कहती हैं।

iv. ससंदभज्ञ स्पष्टीकरण कीजिए।

प्रश्न 1.
मरना तो की नही चाहता, लेकिन मैने अपने रोगियों को अकसर मरते देखा हैं।
उत्तरः
संदर्भ – प्रस्तुत वाक्य को ‘रिहर्सल’ इस पाठ से लिया गया हैं। लेखक है – ओमप्रकाश ‘आदित्य’
स्पष्टीकरण – एक दिन एक अघोड उम्र की मॉडर्न ढंग से सजी स्त्री आती है, और उसे दिल धडकने की बिमारी हैं। कहती है वैध्य जी मेरी रक्षा कीजिए, मै अभी मरना नहीं चाहती। तो परमानंद जी उस स्त्री का नब्ज पकडते हुए कहते है, मरना तो को हि नही चाहता, लेकनि मैन अपने रोगियो
को अक्सर मरने हुए देखा हैं। इस तरह कहते हैं।

प्रश्न 2.
हृदय को गुण ही धडकना हैं।
उत्तरः
संदर्भ – प्रस्तुत वाक्य को ‘रिहर्सल’ सि पाठ से लिया गया हैं। लेखक है – ओम प्रकाश आदित्य।
स्पष्टीकरण – वही स्त्री जो परमानंद जी यहाँ आी थी, वह प्रोफेसर यँहा भी आी हैं। दिल धडकने की बीमारी के बारे में बताती हैं। तो हास्य – व्यंग्य स्वभाव के प्रोफेसर कहते है,इस मे नयी बात क्या हैं? हृदयका गुम ही धड़कना । इस तरह कहते हैं।

प्रश्न 3.
मुझे हर है कि कही यहाँ बैठ – बैठे मेरा दिन ढड़कना बंद
उत्तरः
संदर्भ .. प्रस्तुत वाक्य को ‘रिहर्सल’ पाठ से लिया गया हैं। लेखक है – ओमप्रकाश आदित्य।
स्पष्टीकरण – वह स्त्री दिल धडकने की बीमारी के बारे में बताती हैं। तो प्रोफेसर इस तरह सलह देते है कि आपके दिल की कमजोरी ही, बीमारी है। हर बताते है कि आप आँखे बंद कर के महसूस कीजिए कि आप जंगल में हैं। और शेर के साथ लडिए और उसे मार दीजिए । इस तरह अकसाते है, तो, स्त्री कहती है ..दरंग जी मुझे डर है कि कही यहाँ बैठे – बैठे मेरा दिल धडकना बंद न ।

प्रश्न 4.
इसे भूम गया है कि यह बेहोश हैं।
उत्तरः
संदर्भ – प्रस्तुत वाक्य को रिहर्सल पाठ से लिया गया है। लेखक है – ओमप्रकाश आदित्य।
स्पष्टीकरण – स्कूल में एक नाटक होने जा रहा हैं। रमेश जो बेहोश होने का नाटकाना : म नाटक का रिहर्सल कर रहा था। लेकिन रात के कारण, उहने है, इसे भ्र.: रहा हैं। असल यह देश में हैं इस तरह।

प्रश्न 5.
सन्निपात है वैध्य परमानंद को और स्नायुरोग है प्रोफेसर है प्रोफेसर को।
उत्तरः
संदर्भ – प्रस्तुत वाक्य को रिहर्सल पाठ से लिया गया हैं। लेखक है ओमप्रकाश आदित्य।
स्पष्टीकरण – रमेश अपने स्कूल में होने जारही क नाटक के रिहर्सल कर रहा था। दो घंटे तक बेहोशी का रिहर्सल कर रहा होता है, तो सभी सच समझतेहै कि रमेश सच बेहोश होगया हैं। वैध्य परमानंद कहते है, इस लडके कोश्निपात है, और स्नायु रोग है प्रोफेसर कहते है, उतने में लडका उठता है और कहता है, सन्निपात है वैध्य परमानंद को और स्नायुरोग है प्रोफेसर पांडुरंग को। में पूरी तरह होश में हूँ।

v. अन्य लिंग पर लिखिए।

1. हाथी – हाथनी
2. शेर – शेरनी
3. लड़का – लडकी
4. गाय – बैला
5. पिता – माता
6. अध्यापक – अध्यापिका
7. भगवान – भगवति

vi. अन्य वचन रूप लिखिए।

1. दुकान – दुकाने
2. घंटा – घंटाएँ
3. किताब – किताबे
4. मूंछ – मूंछे
5. मुद्रा – मुद्राएँ
6. सपन – सपनें

vi. विलोम शब्द लिखिए।

1. बेहोश x होश
2. मोटा x दुबला
3. मौत x जीवन
4. शीघ्र x धीरे
5. छोटा x बडा

रिहर्सल Summary in English

Characters:
An Unhealthy lady
Dr Paramananda
Farmer
Teacher
Professor Panduranga, A Boy, Boy’s father, Mother, Others Room of Dr. Paramananda Doctor is sitting in the chair. In front of him there is a old table. On the table there is a pen, medicine. There is a long water bottle. In the table of bottle there is written Amara Bhaskar Churna has written. On the right side, there is a bench. Paramanand is reading a old big book. He is 50 years old. An old specs long mustaches, a lady of 35 years will come. She sit on the bench.

Lady : I am not feeling well doctor.
Dr. Paramanand : So that you have come here are else why you will come. Ok.give full of data list about your sickness.
Lady : My heart is beating (first by keeping his hands on left side on she’s heart and next at right side)
Dr. Paramanand : It is the symptoms of death. Lady seeing) Sleepness is very less Paramanand (by closing the bottle and kept on the table) it is difficult to alive you. Show your pulse.
Lady : (by showing her hands front) Please save me doctor. I did not wish to die Paramanand (by „watching pulse) no one will wish death, but I have seen that my parents are dead. In your sleep there will be a dream.
Lady : Yes ! Once. Dr. Paramañand : If you have seen any devils in your dream.
Lady : (by seeing) She said no. There is no devil in my dream.
Dr. Paramanand : (by living his pulse) Today the devil will exists.See by concentration.
Lady : First you treat me doctor!
Dr. Paramanand : In the middle of heart touch the sandal.
Lady : (surprised) In the middle from water bottle to lady’s hand touching churna. This Amar Bhaskar take and go. You eat this. How means it don’t want go to stomach it want to go to heart.
Lady : Doctor, are there is other way?
Paramanand : Yes, other way is medicine. You don’t eat anything until 15 days.
Lady : Until 15 days ?
Dr. Paramanand : Yes and don’t drink water until 10 days
Lady : Doctor, water…..
Dr. Paramanand : I told to don’t drink cold water. Drink hot water
(one farmer come and stand near the door)
Lady : Doctor, when I want to come here?
Dr. Paramanand : When ever you want, you know the patient of Dr. paramanand will not come return.
Lady : went with afraid. Farmer : (near the door standing and wishing) Ram Ram Doctor!
Dr. Paramanand : Seeing to farmer with peace. Ram, Ram come brother, are you healthy ?
Farmer : (sitting on the chair) Doctor, I’m healthy, But my cow is unhealthy. From 10 days it is not eating grass. Not giving milk also.
Dr. Paramanand : Are you unhealthy or for your cow. Show me, the tongue of yours.
Farmer : I’m not showing my tongue. Do
Dr.Paramanand : Then who will show ? Your cow is unhealthy or others ? Showing tongue, my cow is very serious, I’m tensed Doctor. Give grass it to eat. If you don’t do that it will die.
Farmer : Doctor! it is unhealthy, it couldn’t eat anything.
Dr. Paramanand : Are you sure (thinking) for it give its milk only.
Farmer : It don’t drink milk, Doctor!
Dr. Paramanand : If you will help to drink cow I will give (taking bottle) this Amar Bhaskar Churna. Take and go with hot water mix this and eat.
Farmer : Yes ! but I want to eat or cow ?
Dr. Paramanand : (Giving churna to farmer) you also eat and for cow. Both also eat. Very fasty a teacher came. He is aged 45, Paijam simple slippers, his mus tache is very big.
Teacher : Doctor! Come fastly, my son is unconscious.
Farmer : Went telling Ram, Ram’
Dr. Paramanand : Your son’s age is how much?
Teacher : My son is very aged.
Dr. Paramanand : He is younger than you.
Teacher : Yes, he is my son.
Dr.Paramanand : No, some children’s are older than parents.
Teacher : Sir, I’m not working now. I’m old teacher.
Dr.Paramanand : I’m also, first teacher, for my educated son, he is clever more than animals
Teacher : Doctor, come fast ! I have no time to talk, my son.
Dr.Paramanand : Standing Let’s go. Take this Amar Bhaskar churna bottle. Teacher take bottle. Both will go.

Second part:
(Professor Panduranga’s room. Panduranga is sitting in chair. In table’s corner this is three books. He is seeing something on the wall and thinking. He is 42 years French cut, white mustache, for eyes, big frame black specs, wearing black suit, black tie. Some laid come and sit on the chair in front of him) Lady : I’m unhealthy, Sir: Profesor : Your are confused. 12:29 : My heart is beating.
Professor : My heart is also beating. For all the people’s in the world heart is beating. I known that! Heart’s work is beating
Lady : I’m very serious.
Professor : because your heart is weak. It is not disease.
Lady : How to make it strong ?
Professor : If you brave I will tell this, Come and sit here. (Lady come and sit there)
Professor : Close your eyes ! (Lady will close the eyes)
Professor : Now, tell me, where are you?
Lady : I’m in your shop.
Professor : No, you’re in bihad forest. Not in my shop.
Lady : But this is your shop.
Professor : No, imagine your in forest. Deep forest.
Lady : (Afraid) Yes…. Yes…. I’m there.
Professor : (First slowly, after step by step with hard voice) the dark forest there is no light. Elephant trumpet ing the roaring lion, and after silence.
Lady : (seriously) Yes… Yes…. Sir
Professor : The lion is seeing your and roaring and coming to hou. Lion’s eyes is very hot. You are eating nails. Your teeth is working as machine.
Lady : (Crying voice) Yes…. Yes…. Yes….. Yes
Professor : Don’t be afraid. Don’t open your eyes. You want to fight with lion. I know you will win. Lady (serious voice) Yes…..I will fight.
Professor : Blowing air, kill this animal are you killed him?
Lady : Camely Yes….. killed.. Sheopened her eyes suddenly near the door the farmer came. She went towards farmer and trying to kill him. She thought he is lion.
Professor :This like you dived to ocean in the place of whirl pool, climbing very difficult mountain. In Chamb bridge you’re facing thieves, when you do this your heart will
be strong like iron
Lady oly : Panduranga Sir, I’m afraid if I sit with afraid if heart stop beating. So she ran away fastly.
Farmer : Coming Ram Ram Professor.
Professor : One thing you want to remember.
Farmer : What sir?
Professor : I know that you are healthy.
Farmer : Yes I’m healthy. But from 10 days my cow is unhealthy.
Professor : If cow is unhealthy, why are you showing your face?
Take and come fastly. How can treat a cow seeing your face.
Farmer : Sir, it is not eating grass. It is not giving milk.
Professor : Tomorrow, Take photo of face and Come.
I will tell which disease it is.
Farmer : How can I take photo of face. I will take and come my cow only.
Professor : Anger what ? Is this clinic or cattle ? take photo and come with the photo. Don’t waste my time.

17/18 year old girl came.

Giri : Professor sir ! Come, come fastly my brother is unconscious.
Professor ‘: What kind ? Girl Fromone hour hê is not talking and he is not standing.
Professor : It is not a big disease.
Girl : Some will say that it is Sannivata.
Professor : It is not a big disease.
Girl : Some will say that it is Sannivata.
Professor : No, it’s wrong. Girl A doctor told it is Diptireya .
Professor : Who called him to check you brother.
Girl”: Come, fastly professor, I’m shiverning. ..i Professor. This is your dare, it’s not Dipthiria]Girl”. Diptireya. I’m not having this disease for my brother. Professor taking, come, let’s go.
Girl  : Your bag.’
Professor : On my head.

Third part
Teacher’s house 12 years boy is sleeping in the bed. He is unconscious. Near the pillow, Dr. Paramananda is sitting. Near boy father is sitting. Near the Doctor, boy’s mother is standing.
Mother : Docotor, save my son, otherwise I will die.
Paramananda : Don’t be tensed. I will give medicine. How much I know I will give. Otherwise he will die.
Mother : Doctor, make him alive.
Paramananda: I’m also my mother only the son. But I’m not doing like this.
Father : Doctor, How is he? Paramananda: He is unconscious. That’s all
Mother : He will be allright?
Paramanand : Yes, but he will be unconscious.
Paramanand : He is unconscious. That’s all.
Mother : He will be all right?
Paramanand : Yes, but he will be unconscious.
Mother : Holding breathe Doctor!
Father : Don’t tell like this. Professor and girl will entry.
Girl : Doctor also sitting here. Professor, Teacher is faster than me.
Professor : Come front and seeing Paramanad who?
Dr. Paramanad Yamraja’s last brother !
Paramanand : Today also your uncle Panduranga, why you did you will come when I was in home. Why?
Professor : To stop you that if you hold the patient tongue and if they die Panduranga will sit near another pillow.
Father : He is unconscious from one hour.
Professor : I want to see his face.
Paramanand : If you see his face and draw ?
Professor : Shut up your mouth ? I want to think.
Paramanand : If I also, sit simply, I will also become unconscious. I’m not sitting simply I want to treat him.
Father : Doctor, do it fast.
Mother : Doctor, if he smell this root he will be conscious and he will talk.
Paramanand : Desi Ghee is there in your house? Mother Ghee is there.
Paramanand : Cow’s Ghee is there in your house? Mother : Ghee is there.
Paramanand : Cow’s or buffalo’s Mother : Cow’s Ghee is there.
Professor : Tell him that he is unconscious.
Paramanand : Don’t tell him before he get up. don’t give attention to the words of professor. Paramanand : Ask.
Mother : Doctorji, if he is conscious then why is he not talking?
Professor : He want to sleep along.
Father : Go
Professor : Now tell him that he is unconscious.
Paramanand : Now to this boy tell him that whenever if he unconscious on that time tell that to do. Professor words.
Mother : Doctor, give me some medicines for my son.
Paramanand : Take this Amar Bhaskar Churna. Give him when he was awake with hot water. Father i Anger first make him to awake give him some medicine to awake.
Professor : Tell him stories about unconscious. That make them conscious.
Mother : He is unconscious. How can he hear stories ?
Professor : He is not unconscious.
Paramananda: Then ?
Professor : Tell me about that
Mother : Take care of my son.
Paramanand : He is unconscious. He couldn’t live.
Professor : No, He is conscious. He will not die.
Paramanand : I’m give him Amar Bhaskar Churna. He got unconscious.
Professor : So carefull; you, where is him ? Irofessor : Helios muscle pain. Package
Paramanand : He has sannivatha
Mother : Ho Rama, they were unhealthy by day by day.
Boy : Sannivatha having for Dr. Paramananda and muscle
pain for professor Panduranga. I’m in full of con scious. I am in full of conscious. I am not in confi
dence, not having anything.
Father : (surprisingly) Ramesh! Mother : (Runand come hugging) Myson! What happen to you!
Ramesh : Nothing is there mother in my school. Day after tomorrow one drama is there for me. Two hours unconscious acting is there. That rehearsal is I am doing.
Mother : If you rehearsal like this in home for 20-30 minutes.
I will die. Come I’ll help you. You’re come from God’s house. Boy is coming with his mother. In back his father and sister are following him. Doctor and Professor is standing and seeing surprised.

Professor : I’m told know he is conscious.
Paramanand : Seeing Professor I’m also for silli. I told he will die,
In my boyhood I’m also rehearsal doing like this. (bottle will fall down. Dr.Paramananda will be feel down Professor will help him to stand)
Professor : Stand Doctor, Stand up, You’re not falling. You’re not falling. Participation don’t do like this. On that time our mothers lands plenty wealth and beauty will be happen. Humans living in mother land is second part.

If earth is there but no human’s on that time countries land will not there. The combina tion of earth and man makes the plan of countries, for this reason the earth is called motherland. Earth is our mother, humans are re ally earth sons. (Mata bhumi: Putra prithivya) Earth is mother: I’m her son.

In who heart, who will say this lines he know the nationality from his attitude, he know the plan how to build it. Where this is not there they’re not belonging to earth.
(Namo Mathre Prithiviye Namo mathre prithiviye)

Matha Prtivi’s bighat’s of this promise bhava is people’s strength. This strength will build country. Whose heart will say I’m the son of mother land that can built the country.
We want to live long from thousand years and mother land.

Earth people is there. From where to where the sunlight will come in early morning. Now on that times a national man’s life will fulfill. History’s all statements, Human want to go through all.

In forest how many flowers, tree and plants with grow, like this we want to live like this. How the water’s definite whirlpool will there. Like this national life will be there.

Literature, Art, Dance, Song, Happy is many attitudes is there. This like many attitudes from many people’s and then we will be happy.

In every village and forest, culture’s many divisions are there. They give us very happy. National culture is introduced by old citizens.

Old citizens story and dharma science, literature, arts and culture’s what things is used I don’t no. Where from new generation heavy beauty it is our duty to protect our motherland.

कठीण शब्दार्थ :
नब्ज = नाड़ी, रक्त वाहिनी शिराएँ pulse ; परहेज = हानिकारक एवं
अहितकर वस्तुओं का सेवन न करना to abstain from ; बिहड़ = विषम, घना, ऊबड़-खाबड़ thick, rugged, dense forest; वैध = आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति इलाज करना Ayurvedic physician ; हृदय = दिल heart.