Students can Download Hindi Lesson 1 प्रार्थना Questions and Answers, Summary, Notes Pdf, Activity, KSEEB Solutions for Class 8 Hindi helps you to revise the complete Karnataka State Board Syllabus and to clear all their doubts, score well in final exams.
Karnataka State Syllabus Class 8 Hindi वल्लरी Chapter 1 प्रार्थना
प्रार्थना Questions and Answers, Summary, Notes
अभ्यास
I. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :
प्रश्न 1.
‘बीती-बातों’ – इसका क्या मतलब है?
उत्तर:
‘बीती-बातों’ – इसका मतलब है – पुरानी यादें।
प्रश्न 2.
हमें कैसे रहना चाहिए?
उत्तर:
हमें मिलकर रहना चाहिए।
प्रश्न 3.
हठ छोड़कर हमें किसे अपनाना चाहिए?
उत्तर:
हठ छोड़कर हमें संयम अपनाना चाहिए।
प्रश्न 4.
छोटे-बड़ों को मिलकर क्या करना चाहिए?
उत्तर:
छोटे-बड़ों को मिलकर गिरे हुए को तुरंत उठाना चाहिए।
प्रश्न 5.
हमें किस पर बलि-बलि जाना चाहिए?
उत्तर:
हमें मातृभूमि पर बलि-बलि जाना चाहिए।
प्रश्न 6.
भगवान से हमें क्या माँगना चाहिए?
उत्तर:
हे भगवान, हमसे किसी का अपमान न हो।
अतिरिक्त प्रश्नः
प्रश्न 7.
हमें किसको उठाना चाहिए?
उत्तर:
हमें गिरे हुए लोगों को ऊपर उठाना चाहिए।
प्रश्न 8.
बीती बातों को हमें क्या करना चाहिए?
उत्तर:
बीती बातों का भूल जाना चाहिए।
प्रश्न 9.
हमें किसका मान रखना है?
उत्तर:
अपने देश, जाति और भाषा के प्रति मान रखना है।
प्रश्न 10.
मिलकर हमें क्या अपनाना चाहिए?
उत्तर:
मिलकर हमें नियम अपनाना चाहिए।
प्रश्न 11.
अपने जीवन को किस पर वारना चाहिए?
उत्तर:
अपने जीवन को भले काम पर वारना चाहिए।
प्रश्न 12.
हमारी विचार-गति कैसी होनी चाहिए?
उत्तर:
हमारी विचार-गति ऐसी होनी चाहिए कि – ‘हमेशा सच बोलें, सच बात विचारे’।
प्रश्न 13.
अपने जीवन में क्या अपनाना चाहिए?
उत्तर:
अपने जीवन में संयम अपनाना चाहिए।
II. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :
प्रश्न 1.
‘एक रहें सद्भाव रखें हम’ – इस पर आप क्या सोचते हैं?
उत्तर:
एक रहने से एकता का मनोभाव बढ़ता हैं और एक-दूसरों से हम मिलकर एक रह सकते हैं। सद्भावनाओं से युक्त अपने देश, जाति और भाषा के प्रति अभिमान होते हैं।
प्रश्न 2.
‘गिरे हुए को तुरत उठाएँ’ – ‘गिरे हुए’ का क्या अर्थ है? उसे कैसे उठाना चाहिए?
उत्तर:
छोटे-बड़े, गरीब-अमीर सब लोग मिल-जुलकर जीवन करना और किसी को भेद-भाव न करते हुए गिरे हुए को तुरंत उठना चाहिए।
प्रश्न 3.
‘हठ छोड़ें, संयम अपनाएँ’ – इस वाक्य से क्या अर्थ प्रकट होता है?
उत्तर:
हम लोग कभी हठ ना करना और संयम से रहना। देश के लिए, देश के जनता के लिए और देश की प्रगति के लिए श्रम करना, प्राण को त्याग करना चाहिए।
अतिरिक्त प्रश्न:
प्रश्न 4.
हमें मन में कैसा भाव रखना चाहिए?
उत्तर:
हमें मन में सद्भाव रखना चाहिए। जाति-भेद करना ठीक नहीं है। देश के प्रति सद्भाव रखना चाहिए।
प्रश्न 5.
हमें क्या छोड़ना चाहिए?
उत्तर:
हमें छोटे-बड़े का भेदभाव छोड़ना चाहिए। बुरे विचारों को छोड़ना चाहिए। साथ-ही-साथ हठ को छोड़ना चाहिए।
प्रश्न 6.
मातृभूमि पर क्या करना चाहिए?
उत्तर:
मातृभूमि पर सब कुछ बलिदान करना चाहिए।
प्रश्न 7.
कवि भगवान से किस प्रकार की मति देने की प्रार्थना करते हैं?
उत्तर:
कवि भगवान से दूसरों के प्रति सद्भाव रखने की मति देने की प्रार्थना करते हैं।
प्रश्न 8.
‘प्रार्थना’ कविता में कवि की क्या अभिलाषा है?
उत्तर:
छोटे-बड़े का भाव दूर हो जाना चाहिए। निराशा का अंधकार दूर हो जाना चाहिए। पतित लोग ऊपर उठे। सभी मिलजुलकर रहें यही कवि की अभिलाषा हैं।
प्रश्न 9.
मातृभूमि का मान रखने के लिए हमें क्या-क्या करना चाहिए?
उत्तर:
मातृभूमि का मान रखने के लिए संबकुछ कुरबान करना चाहिए। मातृभूमि के लिए तन-मन-धन सबकुछ न्योछावर करना चाहिए।
प्रश्न 10.
प्रेम और विश्वास के साथ रहने से क्या-क्या लाभ होते हैं?
उत्तर:
प्रेम और विश्वास के साथ रहने से मानसिक शांति मिलती है। आपस में सहयोग की भावना बढ़ती है। जातिभेद दूर हो जाता है। एक तरह की दैविक-शक्ति जाग जाती हैं। स्वावलंबन की भावना जागृत होती हैं।
प्रश्न 11.
गिरे हुए को ऊपर उठाने से क्या होता हैं?
उत्तर:
गिरे हुए लोगों को ऊपर उठाने से उनका मन तृप्त होता है। आँखों में खुशी की भावना जाग उठती हैं। प्रगति के पथ पर बढ़ने की प्रेरणा मिलती हैं। नैतिक-बल मिल जाता है।
प्रश्न 12.
दूसरों का अपमान करने से क्या होता हैं?
उत्तर:
दूसरों का अपमान करने से वे लोग दुःखी हो जाते हैं। स्वाभिमान को धक्का लगने से उनके व्यक्तित्व में दाग लग जाता है। वे अपने को कमजोर महसूस करने लगते हैं।
III. नमूने के अनुसार तुकवाले शब्द लिखिए :
अपनाएँ – बिसराएँ
- विचारें → ________
- उठाएँ → ________
- अपमान → _______
उत्तरः
- वारें
- जाएँ
- भगवान।
IV. पद्यभाग पूर्ण कीजिए :
मिलकर रहें ___________
______________________
______________________
______________________
____________तुरत उठाएँ।
उत्तरः
मिलकर रहें, नियम अपनाएँ।
बीती बातों को बिसराएँ ॥
छोटे-बड़े सभी मिल जाएँ।
गिरे हुए को तुरत उठाएँ ॥
V. खाली जगह भरिए :
- भले काम पर _________।
- बीती बातों को ____________।
- एक रहें ___________ स्खें हम।
- हठ छोड़ें, ___________ अपनाएँ।
अतिरिक्त प्रश्नः - गिरे हुए को तुरत _________ ।
- मनुष्य जीवन में __________ का प्रधान स्थान है।
- मातृ-भूमि पर __________ जाएँ।
- किसी का _________ न करें।
- _________ काम पर जीवन वारे।
उत्तरः
- जीवन वारें;
- बिसराएँ;
- सद्भाव;
- संयम;
- उठाएँ;
- सद्भाव;
- बलि-बलि;
- अपमान;
- भले।
VI. कविता कंठस्थ कीजिए :
सच बोलें सच बात विचारें।
भले काम पर जीवन वारें ॥
मिलकर रहें, नियम अपनाएँ।
बीती बातों को बिसराएँ ॥
छोटे-बड़े सभी मिल जाएँ।
गिरे हुए को तुरत उठाएँ ॥
करें किसी का न अपमान।
ऐसी ही मति दो भगवान ॥
एक रहें सद्भाव रखें हम।
देश-देश में मान रखें हम ॥
हठ छोड़ें, संयम अपनाएँ।
मातृभूमि पर बलि-बलि जाएँ ॥
प्रार्थना Summary in Hindi
प्रार्थना कविता का सारांश :
हमें जीवन में हमेशा सच बोलना चाहिए। सच्ची बात पर विचार करना चाहिए। अपना संपूर्ण जीवन भलाई और लोक के कल्याण के लिए समर्पित करना चाहिए। जीवन में यह नियम अपना लेना चाहिए कि हिल मिलकर रहना है। बीती कड़वी यादों को भूलकर जीवन पथ पर आगे बढ़ना चाहिए।
अमीर-गरीब, छोटे-बड़े सभी आपस में मिलकर रहना चाहिए। हमेशा कमजोर की मदद करनी चाहिए। उसको सहारा देना चाहिए।
किसी का भी अपमान नहीं करना चाहिए। इस तरह की प्रार्थना भगवान से करते हैं। हमेशा एकता और भाईचारे के साथ जीवन जीएँ। आपसी सद्भाव और प्रेम बनाए रखें। किसी से झगड़ा और नफ़रत न करें।
हमें छोटी-छोटी बातों पर हठ नहीं करना चाहिए। विचार-विमर्श और प्रेम के साथ समस्याओं का हल निकालना चाहिए। इस तरह अपने देश, वतन के लिए हमेशा अभिमान का भाव रखना चाहिए।
प्रार्थना Summary in Kannada
प्रार्थना Summary in English
(Goodwill is of great importance in human life. Without discriminating between the rich and the poor, we must live by associating with everyone. We should not insult anybody and we must be proud of our nation.)
We should always speak the truth. We should have noble thoughts. We should spend our life doing good deeds. We should live by associating with people and respect the law. Forgetting what has happened in the past, we should live in harmony.
All must come together irrespective of whether they are rich or poor. The downtrodden in society must be uplifted without delay. We should not insult anyone. The poet prays to God to bless him with this kind of wisdom.
Let us live in unity. Let us have goodwill. We should be respected in every country. Let us give up obstinacy. Let us have restraint. Let us be prepared to sacrifice ourselves for the sake of the motherland.
भावार्थ :
1) सच बोलें सच बात विचारें।
भले काम पर जीवन वारें ॥
मिलकर रहें, नियम अपनाएँ।
बीती बातों को बिसराएँ ॥
भावार्थ : कवि पाठकों से अपने मन की भावनाओं को व्यक्त कर रहा है – सच बोलना चाहिए। हमेशा अच्छे विचार करना चाहिए। भले काम के लिए जीवन को न्योछावर करना चाहिए। अच्छे काम की पूर्ति के लिए सब कुछ त्याग करना चाहिए। आपस में मिलकर रहना चाहिए। जीवन में नियमों को अपनाना चाहिए। नियम का पालन करना चाहिए। बीती हुई बुरी बातों को भूलना चाहिए। बुरी घटनाओं को याद करना ठीक नहीं है।
2) छोटे-बड़े सभी मिल जाएँ।
गिरे हुए को तुरत उठाएँ ॥
करें किसी का न अपमान।
ऐसी ही मति दो भगवान ॥
भावार्थ : छोटे-बड़े सभी को मिलकर रहना चाहिए। गिरे हुए लोगों को जल्द ही ऊपर उठाना चाहिए। किसी की बेइज्जती करना ठीक नहीं है। हे भगवान, किसी का अपमान न करें ऐसी बुद्धि हमें दीजिए।
3) एक रहें सद्भाव रखें हम।
देश-देश में मान रखें हम ॥
हठ छोड़ें, संयम अपनाएँ।
मातृभूमि पर बलि-बलि जाएँ ॥
भावार्थ : हमें मन में सद्भाव रखना चाहिए। देश के प्रति सद्भाव रखना चाहिए। हमें देश का मान रखना चाहिए। हठ को छोड़ना चाहिए। संयम को अपनाना चाहिए। देश के लिए सब कुछ कुरबान करना चाहिए।